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Uttar Pradesh New Highway: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए तीन नए एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है. ये प्रोजेक्ट्स गोरखपुर-चौरीचौरा एक्सप्रेसवे. मेरठ-बरेली एक्सप्रेसवे और झांसी-प्रयागराज एक्सप्रेसवे हैं. इन एक्सप्रेसवे के बनने से यातायात सुविधा में बड़ा सुधार होगा. साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा. आइए जानते हैं इन प्रोजेक्ट्स की खास बातें.

Uttar Pradesh New Highway
Uttar Pradesh New Highway

गोरखपुर-चौरीचौरा एक्सप्रेसवे

यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर को चौरीचौरा से जोड़ेगा. इसकी अनुमानित लंबाई 85 किलोमीटर होगी. यह प्रोजेक्ट पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाएगा. इससे गोरखपुर. देवरिया और कुशीनगर जैसे जिलों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी. एक्सप्रेसवे के बनने के बाद गोरखपुर से चौरीचौरा का सफर महज 1 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. फिलहाल इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा रही है.

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मेरठ-बरेली एक्सप्रेसवे

मेरठ-बरेली एक्सप्रेसवे पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है. इसकी कुल लंबाई 190 किलोमीटर अनुमानित है. यह एक्सप्रेसवे मेरठ. बिजनौर. अमरोहा और बरेली जिलों से गुजरेगा. इससे इन क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही. दिल्ली-एनसीआर से बरेली की दूरी भी कम हो जाएगी. प्रोजेक्ट को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

झांसी-प्रयागराज एक्सप्रेसवे

झांसी-प्रयागराज एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड और पूर्वांचल के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाएगा. इसकी लंबाई 225 किलोमीटर होगी. यह एक्सप्रेसवे झांसी. हमीरपुर. बांदा और प्रयागराज को सीधे जोड़ेगा. इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. खासकर प्रयागराज कुंभ और झांसी के ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंच आसान होगी. प्रोजेक्ट की डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है. और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है.

प्रोजेक्ट्स के लाभ

  • यातायात समय में 40-50% की कमी.
  • दुर्घटनाओं में कमी और सुरक्षित सफर.
  • कृषि और उद्योगों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी.
  • रोजगार के नए अवसरों का सृजन.
  • पर्यटन को बढ़ावा.

निर्माण की स्थिति और चुनौतियां

इन तीनों एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स को लैंड एक्विजिशन और पर्यावरणीय मंजूरी की प्रक्रिया से गुजरना होगा. सरकार ने प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने का भरोसा दिलाया है. फिलहाल. गोरखपुर-चौरीचौरा एक्सप्रेसवे को प्राथमिकता पर रखा गया है. जबकि अन्य दो प्रोजेक्ट्स की डिजाइनिंग चल रही है.

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