Chitrakoot Link Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से जोड़ने के लिए एक नई लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई है. यह प्रोजेक्ट चित्रकूट के 13 गांवों को सीधे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा. जिससे इस क्षेत्र में यातायात, व्यापार और पर्यटन को नई गति मिलेगी. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से ग्रामीण इलाकों को शहरी केंद्रों से जुड़ने में आसानी होगी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट की खासियतें.

Chitrakoot Link Expressway की मुख्य जानकारी.
Chitrakoot Link Expressway की कुल लंबाई 50 किलोमीटर होने की उम्मीद है. प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत ₹3,000 करोड़ रखी गई है. यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले के 13 गांवों से गुजरेगी और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ेगी. इसके निर्माण के लिए 166.55 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. प्रोजेक्ट को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
निर्माण और डिजाइन में खास बातें.
- लेन और संरचना: यह एक्सप्रेसवे 4 लेन की होगी. जिसे भविष्य में 6 लेन तक बढ़ाने की क्षमता रखी गई है.
- पुल और अंडरपास: 7 मेजर ब्रिज. 25 माइनर ब्रिज और 15 वाहन अंडरपास बनाए जाएंगे. पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए 20 अंडरपास भी होंगे.
- सुरक्षा: एक्सप्रेसवे पर 24×7 पैट्रोलिंग. एम्बुलेंस और इमरजेंसी सर्विसेज की व्यवस्था होगी.
गांवों को मिलेंगे ये फायदे.
- यात्रा समय में कमी: चित्रकूट से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे तक का सफर 1 घंटे से भी कम रह जाएगा.
- आर्थिक विकास: किसानों को अपनी फसल शहरी बाजारों में आसानी से बेचने का मौका मिलेगा.
- रोजगार के अवसर: निर्माण कार्य और औद्योगिक कॉरिडोर से स्थानीय लोगों को नौकरियां मिलेंगी.
- स्वास्थ्य व शिक्षा: गांवों को शहरी अस्पतालों और कॉलेजों से जोड़ने में मदद मिलेगी.
सरकार की योजनाएं और बजट.
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) इस प्रोजेक्ट को अंजाम दे रही है. सरकार ने जमीन अधिग्रहण के लिए ₹500 करोड़ का बजट रखा है. साथ ही. प्रोजेक्ट के आसपास औद्योगिक कॉरिडोर विकसित किए जाएंगे. जिनसे कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.